सुखासन करने के लिए आप सबसे पहले अपने दोनों पैरों को मोड़कर पालथी मारकर बैठ जाएं। आचार्य चाणक्य की नीति के अनुसार, कोई भी टारगेट बिना टीम स्पोर्ट के पूरा नहीं किया जा सकता है। बिना किसी के सहयोग के शायद ही आपको कामयाबी हासिल हो। किसी भी बड़े https://beckett3xd9a.blogdeazar.com/20040829/the-fact-about-ऑफ-स-म-कर-य-क-म-बन-रह-ग-स-वस-थ-that-no-one-is-suggesting